रिपोर्टर :- किशन सोलंकी आबूरोड़ राजस्थान
भाई व बहन के संगम के पर्व पर सामाजिक रितिरीवाज व पारंपरिक वेशभूषा में समस्त महिलाओं ने कलश उठाये व आकराभटटा से तलेटी तक अमृत सरोवर तालाब पर पहुचे व तालाब की फेरी लगाई गयी
उसके पश्चात तालाब की पूजा की गई भाईयो ने बहनों को चुनरी ओढाई व समन हिडोला
इस दोरान समाज की महिलाओं अंतर देवी, सुका देवी, मैना देवी आदि ने व्यवस्था संभाली महिलाओं द्वारा पूर्ण पारंपरिक व बंजारा समाज की संस्कृति को किया जीवित किया गया
भारी संख्या में महिलाएं बच्चियां आदि नाचते गाते कलश के साथ पहुचे आकरा भटटा से तलेटी स्थित अमृत सरोवर तालाब जहा पर पेयजल व टेंट आदि की व्यवस्था की गई थी करीब 10 वर्ष बाद आयोजित इस संगम का महिलाओं व समस्त समाजबंधुओं ने पूर्ण आनन्द लिया व पूरे अनुसाशन में कार्यक्रम पूर्ण किया
बंजारा समाज के पदाधिकारियों ने संभाली व्यवस्था आकरा भटटा अध्यक्ष रमेश बंजारा, टेक्सी यूनियन अध्यक्ष सोहनलाल जामडा,भरत बंजारा,हार्दिक सोलंकी, जिलाध्यक्ष गणेश बंजारा, नरेश बंजारा, रमेश सोलंकी, देवीलाल बंजारा, किशन सोलंकी, पूर्व पार्षद कैलाश बंजारा,मनीष गोड, अतुल बंजारा, रोहित ,प्रवीण, अर्जुन, राजेन्द्र बंजारा, उमेश बंजारा, मुकेश बंजारा आदि युवाओ ने व्यवस्था संभाली
बंजारा समाज के वरिस्टजन छोगाराम बंजारा, भंवरलाल बंजारा , बाबूलाल बंजारा छगनलाल बंजारा, रतिलाल बंजारा,मदनलाल बंजारा चंदूलाल मून आदि ने समाज की संस्क्रति के इस संगम को एकजुटता बढ़ाने का उत्सव बताया व सभी को संगठित रहने का आह्वाहन किया ।